दिए जलते और जगमगाते रहे, हम आपको इसी तरह याद आते रहें, जब तक जिंदगी है ये दुआ है हमारी, आप ईद के चांद की तरह जगमगाते रहे..
आया है आज का दिन ये मुबारक, सजी है रंगोंकों की महफिल हर तरफ, ईद है उस खुदा का नायाब तोहफा, आप सब को हमारी तरफ से बकरीद मुबारक!!
चुपके से चांद की रोशनी छू जाए आपको, धीरे से यह हवा कुछ कह जाए आपको, दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से, हम दुआ करते हैं मिल
दीपक में अगर नूर न होता, तन्हा दिल यूँ मजबूर न होता, मैं आपको "ईद मुबारक" कहने जरूर आता, अगर आपका घर इतना दूर न होता।
ईद लेकर आती है ढ़ेर सारी खुशियाँ, ईद मिटा देती हैं इन्सान में दूरियां, ईद है खुदा का एक नायब तबारक, और हम भी कहते हैं आपको ईद मुबारक।
चाँद से रोशन हो रमजान तुम्हारा, इबादत से भरा हो रोजा तुम्हारा, हर रोजा और नमाज कुबूल हो तुम्हारी, यही अल्लाह से दुआ हैं हमारी।
नजर का चैन दिल का सुरूर होते हैं, कुछ ऐसे लोग जहाँ में जरूर होते हैं, सदा चमकता रहे ये ईद का त्यौहार, करीब रह के भी हमसे जो दूर
ऐ चाँद, तू उनको मेरा पैगाम कह देना, खुशी का दिन और हँसी की शाम देना, जब वो देखे तुझे बाहर आकर, उनको मेरी तरफ से ईद मुबारक कह देना।
पके से चाँद की रौशनी छू जाए आपको, धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको, दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से, हम दुआ करते है मिल
जिंदगी का हर पल खुशियों से कम न हो, आपका हर दिन ईद के दिन से कम न हो।
तारों से आसमां में खिली रहे बहार, चाँद के जैसा पाक हो सभी का प्यार, होता रहे यूँ ही अपनों से दीदार, मुबारक हो तुमको बकरीद का त्यौहार।
आज के दिन क्या घटा छाई हैं, चारों और खुशियों को फिजा छाई हैं, कह रहा हैं हर कोई ये बात, हो खुशियों भरा ये तेरा दिन रात।
जन्नत से नजराना भेजा हैं, खुशियों का खजाना भेजा है, कुबूल फ़रमायें दिल की दुआ हैं, बकरीद मुबारक का फरमान भेजा हैं।
गैरों में हैं जो शाद, उन्हें ईद मुबारक, जिनको नहीं हम याद, उन्हें ईद मुबारक, मासूम से अरमानों की मासुम सी दुनिया, जो कर गए बर्बाद, उन्हें ईद मुबारक।
हवा को खुशबू मुबारक, फिजा को मौसम मुबारक, दिलों को प्यार मुबारक, आपको हमारी तरफ से ईद मुबारक।
सुहानी धुप बरसात के बाद, थोड़ी सी हँसी हर बात के बाद, उसी तरह मुबारक हो आपको, ये बकरा ईद रमजान के बाद।
दिल जलते और जगमगाते रहे, हम आपको इसी तरह याद आते रहे, जब तक जिंदगी है ये दुआ है हमारी, आप ईद के चाँद की तरह जगमगाते रहे।
फूलों की तरह हंसते रहो, भंवरों की तरह गुनगुनाओ, अल्लाह का हो नाम लबों पर, जमकर ये ईद मनाओ।
खुशियों की शाम और यादों का ये समां, अपनी पलकों पर हरगिज सितारे ना लायेंगे, रखना संभालकर खुशियाँ मेरे लिए, मैं लौट आऊँगा और बकरीद मनाएंगे।
मुबारक मौका अल्लाह ने अता फरमाया, एक बार फिर बंदगी की रह पर चलाया, अदा करना अपना फर्ज तुम खुदा के लिए, खुशी से भरी हो ईद-उल-अजहा आपके लिए।
लेकर आये हैं नया नजराना, कहने को दिल का नया फ़साना, मुबारक हो तुमको ये बकरा ईद हमारी, सारी आरजू पूरी हो तुम्हारी।
मौका है खास, कह दे दिल के जज्बात, गीले शिकवे भुलाकर, सभी को बकरीद मुबारक।
हमारी तरफ से, आपको और आपके परिवार को तहे दिल से बकरा ईद मुबारक हो। Happy Eid Ul Adha
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