Eid Ka Din Is Eid Per Wo Mere Saath nahi Magar Wo Uski Yadain Us Ki Batain Sab Mujhe Yaad HaiUs ne Mujhe Yaad Kia Hoga Phir Mere Khialon Mein
Eid leke aata hai dher saari khushiyan, Eid mita deta hai insaan me dooriyan, Eid hi khuda ka ek nayam tabarok, Isiliye kehte hai sab Eid Mubarak!
चांद से रोशन हो रमजान तुम्हारा, इबादत से भरा हो रोजा तुम्हारा, हर रोजा और नमाज कबूल हो तुम्हारी, यही अल्लाह से है, दुआ हमारी। ईद मुबारक
चुपके से चाँद की रौशनी छू जाये आपको; धीरे से ये हवा कुछ कह जाये आपको; दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से; हम दुआ करते हैं वो
रमजान में ना मिल सके; ईद में नज़रें ही मिला लूं; हाथ मिलाने से क्या होगा; सीधा गले से लगा लूं.
दीपक में अगर नूर ना होता; तन्हा दिल यूँ मजबूर ना होता; मैं आपको “ईद मुबारक” कहने जरूर आता; अगर आपका घर इतना दूर ना होता.
0 Comments