Md Alquama

AANSUYON SE DHULI KHUSHI KI TARAH..



Door reh kar bhi hoon issi ki tarah, Chaand se door chandni ki tarah,


Khoobsurat, udaas, khaufzada, Woh bhi hai beesween sadi ki tarah,


Jab bhi kabhi badlon mein ghirta hai, Chand lagta hai aadmi ki tarah,


Hum khuda ban ke ayen ge warna, Hum se mil jao aadmi ki tarah,


Sab nazar ka fareb hota hai, Koi hota nahin kissi ki tarah,


Janta hoon ke aik din mujh ko, Woh badal de ga diary ki tarah,


कुछ बातें समझने के लिये दिल चाहिये, वो भी टूटा हुआ।


तुमसे अच्छे तो मेरे दुश्मन हैं, कम से कम वो मुझ पर नजर तो रखते हैं


वक्त हमे तजुर्वे तो बहुत बड़े बड़े देता है, लेकिन मासूमियत छीन लेता है।


किसी को चाह कर न पाना दर्द देता है, लेकिन पा कर खो देना जिंदगी तबाह कर देता है।


बात वफाओ की होती तो न हारते, बात तो किस्मत की थी इसलिये हार गये।


बहुत मजबूत होते हैं, वो लोग जो अकेले में सबसे छुप कर रोते हैं।


वो तो अपनी एक आदत को भी न बदल सके, न जाने क्यों हमने उनके लीये पूरी जिंदगी बदल दी।


हम तो तुमसे दूर हुए थे अपनी कमी का एहसास दिलाने को, लेकिन तुमने तो मेरे बिना जीना ही सीख लिया।


जो लोग सबकी फ़िक्र करते हैं अक्सर उन्ही लोगो की कोई फ़िक्र करने बाला नही होता है।


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